Motivational Stories in Hindi for Success की इस भाग में कुछ ऐसे व्यक्ति के बारे में बात करेंगे जो की अपने मेहनत से वे मक़ाम प्राप्त किया है, जिस कारण आज उनके जैसा लोग बनने की सपने देखते है।
Motivational Stories in Hindi for Success की इस भाग में कुछ ऐसे सक्सेस्फुल लोगो के बारे में बात करेंगे जो अपनी महेनत से अपने सपने को पुर की है। Motivational Stories in Hindi for Success की इस लेख उन सम्मानित महान लोगो पर है।
Motivational Stories in Hindi for Success के मध्यम आज उन लोगो की सक्सेस की स्टोरी सॉर्ट में बताने की कौशिश करेंगे। तो चलिए शुरू करते है आजका Motivational Stories in Hindi for Success.

जिंदगी बदलने वाली कहानी!- Motivational Stories in Hindi for Success
हम सोचते है की सफलता केवल कुछ असाधारण मनुष्य को ही मिलती है। बास्तब में यह भावना हमारे दिमाग की एक negative thoughts है, जो हमें बार बार यह बताता है की यह लोग असाधारण मनुष्य थे, इसी लिए यह लोग सफलता हासिल की है, और हम इसी लिए कुछ बड़ा करने या बड़ा सोचने से डर जाते है, और हम पीछे हट जाते है।
लेकिन क्या हमने कभी सोचा है कि यह लोग सफलता किस तरह से हासिल की ही है? वे सफल होने के लिए क्या क्या काम करते है ?
सफलता इन लोगो को यही नहीं मिली है, इन लीगो ने सफलता की पीछे गया, क्योंकि वे बड़े सपने देखते हैं और उन्हें पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर देते हैं। और यह अपने सपने को अपनी मेहनत से पूरा कर के ही दम लेते है।
यह 5 लोगों की कहानी आपके जिंदगी बदल सकते है- Motivational Stories in Hindi for Success
1. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम- Motivational Stories in Hindi for Success

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम
यह है देश के 11 वें राष्ट्रपति और इंडिया का मिसाइल मैन के नाम से प्रसिद्ध डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को धनुषकोडी गाँव (रामेश्वरम, तमिलनाडु) में एक बहुत ही गरीब मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनके माता पिता ज्यादा शिक्षित नहीं थी, उनका बचपन इतनी गरीबी में बीता कि वे अपनी पढ़ाई के लिए अखबार बेचते थे। लेकिन उन्होंने कभी यह बहाना नहीं बनाया कि मैं एक गरीब परिवार में पैदा हुआ हु, में कुछ नहीं कर सकते।
1962 में, वह भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) में शामिल हुए। डॉ. अब्दुल कलाम को परियोजना निदेशक के रूप में भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह (SLV III) मिसाइल बनाने का श्रेय प्राप्त किया। उन्हें ISRO लॉन्च व्हीकल प्रोग्राम की पेशकश करने का श्रेय भी दिया जाता है।
डॉ. कलाम ने स्वदेशी लक्ष्य भेदी मिसाइल्स (गाइडेड मिसाइल) का भी डिजाइन किया। डॉक्टर कलाम ने अग्नि और पृथ्वी जैसी मिसाइलों को स्वदेशी तकनीक से बनाया। डॉ। कलाम जुलाई 1992 से दिसंबर 1999 तक रक्षा मंत्री के विज्ञान सलाहकार थे और सुरक्षा अनुसंधान और विकास विभाग के सचिव भी थे।
अगर उन्होंने उस दिन कहा होता की मैं एक गरीब इंसान हु मुझसे यह काम नहीं होगा, तो आज उन्होंने इस मक़ाम को हासिल नहीं कर पता। और देश को आज उनके जैसा एक महान इंसान नहीं मिलता।
2. सचिन तेंदुलकर- Motivational Stories in Hindi for Success

सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को कौन नहीं जानता। अपने करियर के शुरुआती दिनों में, लोग उनके छोटे कद के कारण उनका मजाक उड़ाए जाते थे, क्योंकि छोटे कद के कारण गेंद उनके सिर पर जाती थी। अगर वह चाहते तो उनके पास छोटे कद और कम उम्र का नाटक करके क्रिकेट खेलना छोड़ सकते थे।
लेकिन उन्होंने कभी किसी के बात पर ध्यान नहीं दिया, बल्कि अपनी कमजोरी को अपनी ताकत बदल दिया। आज उनके नाम 51 टेस्ट सेंचुरी और 49 ODI सेंचुरी है। उनके रेकॉर्ड आज तक कोई नहीं तोर पाया है।
भारत और पाकिस्तान के बीच 18 दिसंबर 1989 को गुजरनवाला में एक मुक़ाबला खेला गया था। मैच में रन तो ज्यादा नहीं बने थे लेकिन रोमांच जरूर रहा था। हालांकि भारत इस मुक़ाबला 7 रनों से हारी थी।
इस मुक़ाबला में सचिन भले ही बिना किसी रन बनाए आउट हो गए थे। लेकिन उसने सभी को बता दिया कि असली क्रिकेटर कौन है। सचिन ने अपने इस ODI क्रिकेटर करियर में कुल 18426 रन बनाए जिसमें 49 शतक रहे और एक दोहरा शतक भी है।
3. स्टीव जॉब्स- Motivational Stories in Hindi for Success

स्टीव जॉब्स
स्टीव जॉब्स की आज डिजिटल क्रांति का जनक मानते है। 2010 में उनकी कुल संपत्ति 8 बिलियन डॉलर थी।
प्रौद्योगिकी उद्योग में उनसे ज्यादा एक भी कार्यकारी या निर्माता नहीं है, और उससे ज्यादा महत्वपूर्ण भी कोई नहीं है। वह सबसे रचनात्मक और साहसी सीईओ में से एक है। जो प्रौद्योगिकी और मीडिया की दुनिया को हिला दिए थे।
स्टीव जॉब्स उनके कंपनी एप्पल जिसे उन्होंने गैरेज में शुरू किया था, और आज आज 742 बिलियन डॉलर से अधिक की कीमत है। जो की दुनिया भर में मशहूर है।
स्टीव जॉब्स कैलिफोर्निया के सैन फ्रान्सिस्को में पैदा हुआ, उसके माता-पिता जो उसकी देखभाल करने में असमर्थ नहीं थे, वह उसके माता-पिता एक गोद लिया हुआ बच्चा था। स्टीव जॉब्स का प्रारंभिक जीवन पहचान का संघर्ष था।
हालांकि, युवा स्टीव जॉब्स अकादमिक नहीं थे। अपनी असीम बुद्धिमानी के बावजूद, उन्हें स्कूली शिक्षा में कोई दिलचस्पी नहीं थी। 1970 के दशक में प्रैंकिंग फोन के कंप्यूटर में बहुत अधिक रुचि थी।
बिना पिता का बच्चा होने के साथ और एक गोद लिया हुआ बच्चा होने के बावजूद यह सब कुछ किया जो उसे चाहिए था। उन्होंने अगर उसदिन कहा होता की मैं एक गरीब लड़के है मैं क्या कर सकते है? तो आज स्टीव जॉब्स अपने सफलता को कभी हासिल नहीं कर पता।
4. निक वुजिक- Motivational Stories in Hindi for Success

निक वुजिक
निक वुजिक का जन्म 4 दिसंबर 1982 को मेलबर्न (ऑस्ट्रेलिया) में हुआ था। बिना कई हाथ और पैर के जन्मे इस व्यक्ति का जीवन बहुत चुनौतीपूर्ण था। हामरे समाज में अगर किसी इंसान को हाथ पैर नहीं है, तो वे क्या करेगा, ज्यादा कुछ करेगा तो भीख़ मांगेगा या किसी के सहारा लेके अपने जिंदगी जिएगा।
उन्होंने अपने इस कठिन जीवन से तंग आकर एक बार आत्महत्या की भी कोशिश की। उनकी मां ने उन्हें एक विकलांग व्यक्ति के संघर्ष और सफलता के बारे में बतया। और उसके बाद से उनका जीवन ही बदल गया। आज वह दुनिया की एक अच्छा प्रेरक वक्ता और लेखक हैं। आज दुनिया भर के लोग उनके प्रशंसक है। और वह लोगो को मोटीवेट करते है।
अगर उस दिन निक वुजिक अपने इस हालत से तंग आकर अपने जीबन को त्याग देता या अपने हालत के करण बैठ जाता तो आज यह इस मक़ाम को कभी हासिल नहीं कर पता। उसने अपने इस हालत से कभी हरा नहीं, उसने अपनी हालत को अपने ताकत में बदल दिया।
स्टीफन हॉकिंग क्या आप जानते है यह व्यक्ति कौन है, यह व्यक्ति अपनी जगह से नहीं हिल सकता, और कुछ भी नहीं बोल सकता था। फिर भी इस व्यक्ति को आधुनिक दुनिया का सबसे बड़ा वैज्ञानिक का दर्जा दिया गया है।
स्टीफन हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942 इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड में एक साधारण परिवार में हुआ था। बचपन में, स्टीफन हॉकिंग न्यूरॉन्स नामक बीमारी के कारण उनके शरीर की कोशिकाओं ने काम करना बंद कर दिया। इस बीमारी के कारण उनके दिमाग के अलावा, शरीर के किसी भी हिस्से ने काम नहीं करते थे। फिर भी, कारण अपनी पढ़ाई पूरी की और विज्ञान की दुनिया में ऐसे नाम बन के सामने आया की पूरी दुनिया उनको आधुनिक दुनिया का सबसे बड़ा वैज्ञानिक का दर्जा दिया। उन्होंने ब्लैक होल्स, बिग बैंग थ्योरी और ग्रेविटी जैसे ब्रह्मांड के रहस्यों पर अपना अद्वितीय शोध के कारण, वे विज्ञान की दुनिया के प्रसिद्ध व्यक्ति बन गए।
उनके पास भी कुछ न करने का कारण थे, फिर भी उसने कीया और अपने नाम को विज्ञान की दुनिया में हमेशा केलिए लिख दिया। वे बोलते थे अगर मुझे यह बीमारी नहीं होता तो सायद मैं यह नहीं कर पता।
5. अरुणिमा सिन्हा- Motivational Stories in Hindi for Success

अरुणिमा सिन्हा
अरुणिमा सिन्हा का जन्म 1988 में अम्बेडकर नगर (उत्तर प्रदेश) भारत में हुआ था। अरुणिमा सिन्हा बास्केटबॉल की राष्ट्रीय खिलाड़ी था। 2011 में कुछ बदमाशों ने उनको चलती ट्रेन से फेंक दिया था। रात भर यह लड़की ट्रेन की पटरियों के बीच परि रही और अपना मौत का इंतजार करती रही। फिर सुबह कुछ लोगों उसे बेहोशी की हालत में अस्पताल पहुंचाया। संक्रमण के कारण डॉक्टरों ने उसके एक पैर काट दिया।
फिर भी उसने हर नहीं मानी, उन्होंने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवेरेस्ट को जीतने का फैसला किया। जहा अच्छा लोग जाने से डरते है, यह पर एक विकलांग लड़की मौत से लड़ते हुए एवरेस्ट की चोटी पर तिरंगा फहराया। एक विकलांग बक्ति को रास्ता चलने में परेशानी आते है और यह तो उसने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवेरेस्ट पर तिरंगा फहराया। अगर वह लड़की चाहती तो विकलांग होने का नाटक कर अपने घर पर बैठ सकती थी। लकीन उसने एसे नहीं की, और अपने जिद के आगे माउंट एवेरेस्ट झुकना परा। अरुणिमा सिन्हा- Motivational Stories in Hindi for Success
Also Read: Best Motivational Story In Hindi- यह कहानियां जो आपकी सोच बदल देगी!
मुझे आप लोगो से भी यही उम्मीद है की अगर आपको ये Motivational Stories in Hindi for Success अच्छी लगे तो कृपया करके आप भी इस Motivational Stories in Hindi for Success को हर जगह अपने दोस्तो के साथ शेयर करें।
Motivational Stories in Hindi for Success पढ़ने के लिए धन्यवाद।
4 Comments
Durgesh · August 13, 2021 at 10:49 am
Thanks for sharing this amazing blog with us.
गरिमा…… यही नाम था उसका, कॉलेज में मेरे साथ पढ़ती थी। बहुत घमंडी थी। चुस्त जींस पर स्लीवलेस टॉप…… उसको देखकर तो मेरे तन मन में आग लग जाती थी। हां….. एक बात मुझे उसकी बहुत पसंद थी.. उसके लंबे लंबे बाल।
this is my blog you can read full article at our website.